राजस्थान घर घर औषधि योजना की जानकारी (अक्टूबर 2023)

दोस्तों इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको राजस्थान घर घर औषधि योजना के बारे में सम्पूर्ण जानकारी देंगे | जैसे : यह योजना क्या है , इसकी क्या विशेषता है , इसके लाभ , उद्देश्य इत्यादि |

Rajasthan Ghar Ghar Aushadhi Yojana

राजस्थान घर घर औषधि योजना क्या है ?

1 अगस्त 2021 को, राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक जी गहलोत ने “राजस्थान घर घर औषधि योजना” की शुरुआत की जिसमे राजस्थान के 1 करोड़ 26 लाख परिवारों को औषधीय पौधे प्रदान किए जाएंगे | इस योजना के अंतर्गत, प्रत्येक परिवार को तुलसी, गिलोय, कालमेघ और अश्वगंधा जैसे औषधीय पौधे निशुल्क प्रदान किए जाएंगे। यह पौधे प्रत्येक परिवार को 5 साल तक उपलब्ध कराए जाएंगे।

इस योजना के अंतर्गत, राज्य के प्रत्येक घरों को 8-8 औषधीय पौधे प्रदान किए जाएंगे। इस पहल का उद्देश्य परिवार के सदस्यों की प्रतिरक्षा शक्ति को बढ़ावा देना है और उन्हें औषधीय संसाधनों की अधिक पहुँच से बेहतर स्वास्थ्य प्राप्त करने में सहायक बनाना है।

योजना की विशेषता

योजना की कुछ मुख्य विशेषताए निम्न प्रकार से है :-

  1. योजना की शुरुआत: 1 अगस्त 2021 को राजस्थान सरकार ने “घर-घर औषधि योजना” की शुरुआत की है।
  2. औषधि पौधों का वितरण: योजना के माध्यम से प्रदेश के 1 करोड़ 26 लाख परिवारों को औषधि पौधे उपलब्ध कराए जाएंगे।
  3. मुफ्त पौधों का वितरण: राज्य के प्रत्येक परिवार को तुलसी, गिलोय, कालमेघ और अश्वगंधा के पौधे मुफ्त में वितरित किए जाएंगे।
  4. पौधों की संख्या: प्रदान किए जाने वाले पौधे को हर परिवार में तीन बार, 8-8 पौधे निशुल्क उपलब्ध कराए जाएंगे।
  5. इम्युनिटी और स्वास्थ्य की सुरक्षा: इस योजना के माध्यम से लोगों की इम्युनिटी मजबूत होगी और उनके स्वास्थ्य में सुधार होगा।
  6. स्वास्थ्य को महत्व देने की पहल: राज्य के लोगों के स्वास्थ्य को सुधारने के लिए घर-घर औषधि योजना की शुरुआत की गई है।
  7. वन महोत्सव में शुभारंभ: इसकी शुरुआत के मौके पर मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत जी ने एक वर्चुअल मीटिंग के दौरान 72वे वन महोत्सव का भी उद्घाटन किया।
  8. फिल्म का प्रदर्शन और सामग्री का विमोचन: योजना के आधार पर एक फिल्म का प्रदर्शन होगा और सामग्री का विमोचन सुनिश्चित किया जाएगा।
  9. स्वास्थ्य रक्षण और संरक्षण: योजना में प्रदेशवासियों के स्वास्थ्य की सुरक्षा, औषधि पौधों के संरक्षण और संवर्धन की गारंटी दी जाएगी।
  10. पौधों की वितरण की तिथियां: प्रत्येक परिवार को 5 वर्षों में तीन बार 8-8 पौधे उपलब्ध कराए जाएंगे और इनके वितरण के लिए बायोडिग्रेडेबल पैकेजिंग भी की जाएगी।
  11. टास्क फोर्स का गठन: योजना के तहत उपखंड स्तरीय टास्क फोर्स का गठन किया जाएगा जो पौधों के वितरण और प्रोबेशन कार्य को संचालित करेगा।
  12. योजना के लाभ: इस योजना द्वारा राजस्थान के प्रत्येक परिवार को योजना के लाभ प्रदान किए जाएंगे |

योजना हेतु प्रस्तावित बजट

यह योजना 5 वर्ष हेतु है, जिसके लिए सरकार ने सफलतापूर्वक 210 करोड़ रुपए का बजट स्वीकृत किया है। इस योजना के तहत, प्रदेश के आधे घरों में 5 करोड़ से अधिक पौधे बांटने के लिए 31.4 करोड़ रुपए की लागत निर्धारित की गई है। आने वाले वर्षों में भी ऐसे ही पौधे वितरित किए जाएंगे। 5 वर्षों के अंतर्गत, प्रत्येक परिवार को 24 पौधे प्राप्त होंगे, जो उन्हें अन्य बीमारियों से बचाने में मदद करेंगे। सरकार ने इसके साथ ही घोषणा की है कि राजस्थान में समय-समय पर जड़ी-बूटी संरक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, ताकि यह योजना अधिक से अधिक लोगों को लाभ पहुंचा सके।

योजना से होने वाले लाभ

राजस्थान घर घर औषधि योजना से लोगों को निम्नलिखित प्रकार के लाभ प्राप्त हो रहे हैं, जो उनके स्वास्थ्य और आर्थिक स्थिति में सुधार करने में मदद कर रहे हैं।

  1. स्वास्थ्य में सुधार: यह योजना राजस्थान के प्रत्येक परिवार के स्वास्थ्य में सुधार करने का उद्देश्य रखती है। प्रदान किए जाने वाले औषधि पौधे से लोग अपनी इम्यूनिटी को मजबूत कर सकते हैं और बेहतर स्वास्थ्य प्राप्त कर सकते हैं।
  2. आर्थिक लाभ: योजना के तहत मुफ्त में औषधि पौधे प्रदान किए जाते हैं, जिससे परिवारों को औषधि की खर्च पर बचत होती है। इससे उनका आर्थिक बोझ कम होता है और वे अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार पा सकते हैं।
  3. बीमारियों से बचाव: प्रदान किए जाने वाले पौधे तुलसी, गिलोय, कालमेघ और अश्वगंधा जैसी जड़ी-बूटियों से बनी औषधियों के साथ आते हैं। इनमें विशिष्ट गुणों के कारण लोग बीमारियों से बच सकते हैं और स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।
  4. सामुदायिक सहयोग: यह योजना सामुदायिक सहयोग को बढ़ावा देती है और लोगों को सामाजिक जागरूकता में भागीदार बनाती है। लोग इस योजना के माध्यम से एक-दूसरे की मदद करते हैं और स्वास्थ्य के मामले में सामुदायिक समर्थन को बढ़ावा देते हैं।
  5. जीवन गुणवत्ता में सुधार: स्वास्थ्य के सुधार से लोग अपने जीवन की गुणवत्ता में सुधार पाते हैं। उनकी शारीरिक और मानसिक क्षमता में वृद्धि होती है, जिससे वे अपने कार्यों को बेहतर तरीके से सम्पादन कर सकते हैं।

योजना का उद्देश्य

  1. स्वास्थ्य सुरक्षा की प्रोत्साहन: योजना का मुख्य उद्देश्य राजस्थान के नागरिकों के स्वास्थ्य सुरक्षा को सुनिश्चित करना है। योजना के माध्यम से औषधीय पौधे प्रदान करके लोगों की इम्यूनिटी को मजबूती प्रदान की जाएगी, जिससे उन्हें बीमारियों से बचाव की स्थिति में मदद मिलेगी।
  2. जड़ी-बूटियों के महत्व को प्रमोट: योजना के तहत दिए जाने वाले पौधे जैसे कि तुलसी, गिलोय, कालमेघ, और अश्वगंधा, जोड़ी-बूटियों के महत्व को प्रमोट करते हैं। यह लोगों को परंपरागत औषधियों के महत्व को समझने में मदद करता है और उन्हें स्वास्थ्य सुरक्षा में ज्यादा जागरूक बनाता है।
  3. आर्थिक सहायता: योजना के अंतर्गत प्रदेश के नागरिकों को मुफ्त में औषधीय पौधे प्रदान किए जाते हैं। इससे उन्हें औषधियों की खर्च पर बचत होती है और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होता है।
  4. जीवन गुणवत्ता में सुधार: योजना के माध्यम से लोग अपने स्वास्थ्य का सम्पूर्ण ध्यान रख सकते हैं और बेहतर जीवन जी सकते हैं। इम्यूनिटी की बढ़ोतरी, बीमारियों से बचाव, और स्वास्थ्य में सुधार से उनकी जीवन गुणवत्ता में सुधार होता है।
  5. सामाजिक सहयोग और सामूहिकता: योजना लोगों के बीच सामूहिकता को बढ़ावा देती है जब वे औषधीय पौधे आपस में बांटते हैं और इसके साथ ही सामाजिक सहयोग की भावना को बढ़ावा देती है।
  6. पर्यावरण संरक्षण: योजना के अंतर्गत दिए गए पौधे पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी महत्वपूर्ण योगदान करते हैं। यह नकली औषधियों के उपयोग को कम करके प्राकृतिक और स्वस्थ जीवनशैली की प्रोत्साहन करते हैं।

इस प्रकार, राजस्थान घर घर औषधि योजना का मुख्य उद्देश्य लोगों के स्वास्थ्य को सुरक्षित बनाना है और उन्हें औषधीय पौधों के महत्व के प्रति जागरूक करना है।